कार बीमा क्या है?
कार बीमा एक प्रकार का बीमा है जो आपके वाहन को आकस्मिक क्षति, चोरी, या दुर्घटना के मामले में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। भारत में, तीसरे पक्ष की देयता बीमा सभी वाहन मालिकों के लिए अनिवार्य है।
कार बीमा क्यों जरूरी है?
- कानूनी आवश्यकता: भारत में सड़क पर चलने के लिए तीसरे पक्ष की देयता बीमा अनिवार्य है।
- वित्तीय सुरक्षा: दुर्घटना या चोरी की स्थिति में, बीमा आपके वाहन के नुकसान को कवर करता है।
- शांति का मन: बीमा होने से आप दुर्घटना या चोरी के तनाव से मुक्त हो सकते हैं।
कार बीमा के प्रकार
- थर्ड पार्टी इंश्योरेंस: यह सबसे बुनियादी प्रकार का बीमा है जो केवल तीसरे पक्ष को हुए नुकसान को कवर करता है।
- कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस: यह सबसे व्यापक कवरेज प्रदान करता है, जिसमें आपकी कार को हुए नुकसान और तीसरे पक्ष को हुए नुकसान दोनों शामिल हैं।
कार बीमा खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
- कवरेज की तुलना करें: विभिन्न बीमा कंपनियों द्वारा प्रदान की जाने वाली कवरेज की तुलना करें।
- प्रीमियम की जांच करें: विभिन्न बीमा कंपनियों द्वारा दिए गए प्रीमियम की तुलना करें।
- दावा निपटान प्रक्रिया: बीमा कंपनी की दावा निपटान प्रक्रिया की जांच करें।
- एड-ऑन कवर: अपनी आवश्यकताओं के अनुसार एड-ऑन कवर चुनें।
कार बीमा से जुड़े प्रश्न
- कार बीमा कितने का होता है?
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सा बीमा कर ले रहे हैं
- कार बीमा में क्या-क्या कवर होता है?
- सबसे पहले आता है रोड साइड असिस्टेंट(RSA) इसमें यदि अभी गाड़ी किसी जगह चलते हुए खराब हो जाए या चलने की स्थिति में ना हो तो गाड़ी को गैरेज तक छोड़ा जाता है
- दूसरा होता है (NILL DEP)यदि आपकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई हैं तो इसमें आपकी गाड़ी के जितने भी मेटल पार्ट्स हैं या नट बोल्ट वाले पार्ट्स हैं वह सभी इसमें कवर होता है
इसके अलावा और बहुत से कवरेज होती हैं
- कार बीमा कैसे खरीदें?
इसके लिए आपके पास अपनी गाड़ी का वाहन पंजीकरण प्रमाण पत्र (RC) कार्ड होना चाहिए
- कार बीमा का क्लेम कैसे करें?
जब आप अपनी गाड़ी का बीमा करते हैं तो आपको एक पॉलिसी दी जाती है उसे पॉलिसी में टोल फ्री नंबर दिया होता है जिसमें कॉल करके आप जिस कंपनी में आपने बीमा कराया है वहां के कर्मचारियों से आप बात करके क्लेम कर सकते हैं